Thursday, April 5, 2018

घुटने का घर बैठे करे मुफ्त इलाज

घुटने का घर बैठे करे मुफ्त इलाज-  

दोस्तों नमस्कार,
दोस्तों आज मैं आपको घुटनो के सफल इलाज के बारे में बताने जा रहा हूँ।
दोस्तों मै आपको यकींन से कह सकता हूँ कि आपको अपने ख़राब हो चुके घुटने बदलवाने नहीं पड़ेंगे ।

दोस्तों मेरे इस ब्लॉग को आखिर  तक पढ़े।

दोस्तों दो वर्ष पहले की बात है। एक दिन में कहीं से अपने घर पैदल चलकर आ रहा था। मेरे पास उस दिन कोई साधन न होने के कारण मुझे चार किलोमीटर चलना पड़ा था। वैसे तो में कभी- कभी पैदल दो चार किलोमीटर का सफर आसानी से पूरा कर लेता था।

लेकिन उस दिन तो मेरे घुटनो में मुझे दर्द महसूस हुआ ।मैने सोचा सायद ज्यादा चलने की वजह से हुआ होगा। मैने ज्यादा ध्यान नहीं दिया।लेकिन कुछ दिन के बाद मेरे घुटनो का दर्द ज्यादा बढ़ने लगा। 


मैंने तब भी कुछ ध्यान नहीं दिया।
जब मेरी हालत इतनी खराब हो गई कि मुझसे दो कदम चलना मुश्किल हो गया। तो मेरे पापा मुझे डॉक्टर के यहाँ लेकर गए।

डॉक्टर ने दोनों टांगो के घुटने अच्छे से चेक किये चेक करने के बाद उसने कहा,कि आप अक्स-रे करा ले। तब हम अक्स-रे कराने के बाद डॉक्टर के पास गए।डॉक्टर ने अक्स-रे देखने के बाद बोला। 

डॉक्टर की सलाह -

आपके घुटनो में काफी गेप आ गया है।आपके घुटनो की हड्डिया धीरे धीरे टूट रही है।आपको घुटनो का ट्रांसप्लेंट करना होगा। तब ही आप सही चल सकोगे।


डॉक्टर ने हमें कुछ दवाई दे दी। मैंने कुछ दिनों तक दवाई ली। लेकिन दर्द बढ़ता ही जा रहा था। कुछ दिनों के बाद हम किसी दुसरे डॉक्टर के पास गए। दुसरे डॉक्टर ने भी मुझे घुटने में ज्यादा गेप आ जाने की बात कही और कुछ दवाई लिख दी। 


मुझे डॉक्टर ने कहा,कि आप इन दवाइयों को १० दिनों तक खाओ। उसके बाद आपका ऑपरेशन होगा। हम दवाई लेने के लिये मेडिकल स्टोर पर गए। हमने वहां से कुछ दवाइयां ली। दवाई लेकर हम वहां से चलने ही वाले थे,कि एक बूढ़े व्यक्ति ने रुकने के लिए कहा,उसने मुझसे पूछा की क्या हुआ बेटा ?


आप ऐसे क्यों चल रहे हो? मैंने कहा बाबा घुटने ख़राब हो गए है। डॉक्टर ने घुटने ट्रांसप्लांट के लिए बोला है। बूढ़े बाबा बोले अरे,घुटने कभी जल्दी ख़राब नहीं होते है। मै आपको एक इलाज बताता हूँ। आप विश्वास करके १५ बीस दिनों तक दवाई खाओ। 


आपको जल्द ही आराम मिल जायेगा। उन्होंने मुझे बताया की आप जंगल से कीकर के पेड़  की सुखी फली लेकर आओ। दोस्तों कीकर के पेड़  का दूसरा नाम किंकर या बबुल के पेड़ के नाम से जाना जाता है। 

दोस्तों अलग अलग जगह पर अलग नाम हो सकता है। यह पेड़ देश भर में अपने आप उगता है। यह पेड़ कांटेदार होता है। मैं इस पेड़ की फोटो लगा रहा हूँ । 




 दोस्तों ये कहानी मेरे अपने जीवन की घटना से जुडी हुई है ।जो बिलकुल सत्य है। मुझे इस दवाई को लेने से बहुत ही जल्दी आराम मिला और मैं आज बिलकुल स्वस्थ हूँ। दोस्तों मैने इस दवाई का उपयोग लगभग तीन महीने किया था। मैं इस दवाई की मात्रा नीचे लिख रहा हूँ । 




दवाई की मात्रा---

 कीकर / बबुल के लगभग "एक किलोग्राम" सूखे बीज साफ स्वच्छ हो उनमे कोई बीमारी न लगी हो, बीजो की आप बारीक़ पिसाई कर किसी बंद डब्बे में रख लें । उसमे से लगभग एक चम्मच के बराबर मात्रा में ताजे पानी के साथ दिन में दो बार ले। 


अधिक समस्या अगर हो तो दिन में तीन बार भी ले सकते हो। जैसे हड्डी का टूटना आदि। दोस्तों ये दवाई टूटी हुई  हड्डियों को हफ्ते भर में जोड़ देती है। और यह दवाई सेक्स वर्धक भी है। 


दोस्तों मैने यह दवाई अपने ऊपर उपयोग की है। मैं कोई डॉक्टर या वेध नहीं हूँ। इस दवाई से मुझे १०० प्रतिशत आराम मिला है  इसलिए मैने सोचा क्यों न में एक पोस्ट आप लोगो के लिए लिखूं। ताकि आप लोगो को इस प्रकार की कोई समस्या हो तो आप इस दवाई का उपयोग कर अधिक से अधिक लाभ प्राप्त कर सको। 

दोस्तों विश्वास से बढ़कर कुछ भी नहीं है। हम जब अपने खेतो में काम किया करते थे। कभी चोट लग जाने पर या कट जाने  पर बकुम्बर का रस निकाल कर जखम पर लगा देते थे। जखम अपने आप ठीक हो जाता था।

दोस्तो देसी दवाइयां आज भी कारगर साबित होती है। बसर्ते उनका सही उपयोग हमें मालूम हो। हम बड़े से बड़े रोग को ठीक कर सकते है। दोस्तों आपने मेरी इस पोस्ट को पढ़ा। मै आपका बहुत-बहुत आभारी हूँ। 

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दोस्तों अगर मेरी ये पोस्ट आपको पसंद आई हो तो आप  like  or share   जरूर करे। धन्यवाद दोस्तों

लेखक-- दीपक कुमार    

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