Wednesday, August 8, 2018

मानव जाति पर संकट के बादल

 मानव जाति पर संकट के बादल 

खतरा-पेड़-पौधों के अंधाधुंध कटान से मानवजाति पर संकट के बादल


दोस्तों नमस्कार, मैं आज फिर से आप लोगो के लिए कुछ खास लेकर आया हूँ। हमें उम्मीद है कि ये पोस्ट आपको जरूर पसंद आएगी। मैं बात कर रहा हूँ पेड़ पौधों की। जिनको हानि पहुंचाने से हमें भविष्य में कितनी परेशानी उठानी पड़ेगी। यह तो समय ही बताएगा। लेकिन समय से पहले ही खतरों को भांप लेना चाहिए। उसी में हमारी समझदारी होती है।

यदि हम फिर भी सचेत नहीं हो सकते है। तो मानव जीव-जंतु सब संकट में आ जायेंगे। कहा भी गया है कि एक वृक्ष दस पुत्रो के सामान होता है" अगर अपना जीवन हमें बचाना है। तो पेड़ पौधों को बचाना ही पड़ेगा। नहीं तो सबका जीवन समाप्त होने में, जरा भी देर नहीं लगेगी। आइये पेड़ो के फायदे और उनके अंधाधुंध कटान से होने वाले नुकसान की जानकारी प्राप्त करें।
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1.हमारे जीवन में पेड़ पौधों का महत्व।-दोस्तों किसी भी व्यक्ति को जीवन में सबसे ज्यादा जरूरत अगर किसी चीज की होती है। तो वह ऑक्सीजन है। जो कि हमें जिन्दा रखने में बहुत महत्वपूर्ण होती है।जो हमें वृक्षों से ही प्राप्त होती है। तथा वृक्ष पर्यावरण से प्रदूषण को साफ करने में तथा गैसों को संतुलित करने में मदद करते है।

2.पेड़ के उपयोग-इस दुनिया में कोई न कोई पेड़ किसी न किसी काम के लिए ही बना है। सब पेड़ पोधो में कुदरत ने मानव के लिए कुछ न कुछ गुण डाले है। जिनके बहुत सारे उपयोग मानव जाति हमेशा से करती आ रही है। पेड़ एक सामान्य घर की अधिकांश जरूरते पूरी करते है।

3.उद्योगों के रूप में उपयोग -जैसे कागज उद्योग,  कपडा उद्योग, रबड़ उद्योग, फर्नीचर उद्योग, पशु चारा उद्योग, आयुर्वेदिक उद्योग,  ईंधन उद्योग,  फल फूल सब्जी अनाज आदि। व्यवसाय की दृष्टि से बड़े- बड़े उद्योग आज पेड़-पौधों पर निर्भर है। जैसे लकड़ी से बनने वाले फर्नीचर प्लाई वुड के कारखाने यमुनानगर हरियाणा में हजारो फैक्ट्रियां लकड़ी की कलाकृतियों के लिए विश्व में सहारनपुर का प्रथम स्थान है। करोड़ो लोग इस व्यवसाय से जुड़े हुए है। 

4.आयुर्वेदिक कारखाने-आयुर्वेदिक दृष्टि से पेड़ से बनने वाली सभी रोगो में काम आने वाली ओषधियाँ तैयार की जाती है। इसका बहुत बड़ा क्षेत्र है। जैसे पतंजलि, आयुर्वेदाचार्य वेदनाथ, धन्वंतरि अन्य छोटी बड़ी कम्पनियाँ ओषधियों का बड़ा बाजार बन गई है। देश भर में इनका लाखो करोड़ रूपये का प्रतिवर्ष व्यवसाय होता है। 

5.ईंधन के रूप में उपयोग-लकड़ी से कोयले का उत्पादन किया जाता है। हमारे देश में ही करोड़ो घर ऐसे है जो आज भी लकड़ी से अपने घर में ईंधन के रूप में उपयोग करते है।देश की अधिकांश जरूरते लकड़ी से ही पूरी होती है। रेल यातायात में लकड़ी का काफी मात्रा में प्रयोग किया जाता है। 

6.प्राकृतिक दृष्टि से-प्राकृतिक दृष्टि भी पेड़-पौधे बहुत अधिक आवश्यक होते है। जैसे भूमि कटाव की रोकथाम पेड़ पोधो की पत्तियों के सड़ने पर खाद का काम लेना,  वर्षा कराने में सहायक, वातावरण को स्वच्छ रखने में सहायक, ऑक्सीजन पैदा करने का कार्य कार्बनडाइऑक्साइड को पर्यावरण से कम करना जहरीली गैसों को खत्म करना आदि कार्य पेड़ पौधों के द्वारा किया जाता है।

7.खाद्यानों की दृष्टि से -मनुष्य एवं जीव जंतुओं की दैनिक जरूरतों को भी पेड़ पौधें पूरी करते है। जैसे सभी प्रकार के फल तथा फूल बहुत सी सब्जिया एवं पशुओं के लिए चारा आदि हमें पेड़ों से प्राप्त होता है। शहद, मॉम,गोंद एवं हरियाली छाँव आदि हमें पेड़ पौधों से ही प्राप्त होती है।

8.अत्यधिक पेड़ पौधों के काटने से होने वाले नुकसान- इंसान अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए अँधा होकर हमारे जीवन की हर जरूरत को पूरा करने वाले इन पेड़-पोधो की अंधाधुंध कटाई कर रहे है। जिसके कारण आज लगातार जलवायु परिवर्तन हो रहा है। तापमान लगातार बढ़ रहा है। जिससे (ग्लोबल वार्मिंग)से बर्फ लगातार पिंघल रही है। बर्फ के लगातार फिंगलने के कारण समुद्र का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। 

यदि सब कुछ ऐसे ही चलता रहा तो एक दिन ऐसा आएंगा की समूचा विश्व जल की चपेट में आकर ड्डूब जायेगा। फिर हम कुछ भी नहीं कर सकेंगे। और यह सब कुछ हालात पैदा हो रहे है। सिर्फ पेड़ पैधो का अधिक मात्रा में काटे जाने से। 

मैं पिछली सरकारों की बात करू तो समूचे उत्तर प्रदेश से बहुत अधिक मात्रा में लगभग करोड़ो वृक्षों को जो बहुत पुराने और विशाल थे। जो सड़को व्  हाइवे के किनारे खड़े थे सभी को काट दिया गया था। जिसकी पूर्ति ३वर्ष बीतने के बाद आज तक भी नहीं हो सकी। सड़के आज भी बेजान दिखाई देती है। 

सड़के ऐसे लगती है। जैसे सुनसान जंगल या कोई रेगिस्तान जब सरकार ही ऐसा करेंगी तो बड़ी- बड़ी कंपनियां तो क्यों नहीं करेंगी।बड़े-बड़े उद्योग लगाए जाते है।सड़को का चौड़ीकरण होने से जमीने घट रही है। जिसके कारण आज बहुतायत में पेड़ पौधों की कमी होती जा रही है।

देश में कुछ माफिया लोगो के द्वारा  जंगल के जंगल साफ कर दिए जा रहे है। कुछ बड़े-बड़े जंगल जलकर बिलकुल राख हो जाते है। जिससे भारी मात्रा में  प्रतिवर्ष देश को काफी नुकसान उठाना पड़ता है।

अंत में मैं कहना चाहता हूँ। कि पेड़ पौधे हमारी तमाम आवश्यकताएं पूरी करते है। पेड़ पौधों को हमें बचाना होगा। तभी हमारा जीवन सुरक्षित होगा। हमें संकल्प करना होगा। कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में प्रतिवर्ष १० नए पौधे लगाने होंगे। तभी बचेगा भारत, बचेंगे हम। रहेगा भारत, रहेंगे हम। दोस्तों मेरी ये पोस्ट आपको कैसी लगी प्लीज कमेंट करके जरूर बताएं? 

धन्यवाद दोस्तों।
लेखक दीपक कुमार  

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